यज्ञोपवीत संस्कार: आध्यात्मिक, स्वास्थ्य और वैज्ञानिक महत्व
जनेऊ को संस्कृत में यज्ञोपवीत कहा जाता है। यह तीन धागों वाला सूत से बना पवित्र धागा है, जिसे व्यक्ति बाएं कंधे के ऊपर तथा दाहिनी भुजा के नीचे पहनता है। अर्थात इसे गले में…
जनेऊ को संस्कृत में यज्ञोपवीत कहा जाता है। यह तीन धागों वाला सूत से बना पवित्र धागा है, जिसे व्यक्ति बाएं कंधे के ऊपर तथा दाहिनी भुजा के नीचे पहनता है। अर्थात इसे गले में…
ओंकारेश्वर। अखिल भारतीय औदीच्य महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुधवार, 19 जुलाई 2023 को ओंकारेश्वर में आयोजित की जा रही है। अखिल भारतीय औदीच्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवनारायण पटेल ने यह जानकारी…
जयपुर। औदीच्य समाज की संरक्षिका, संस्कृत की प्रकांड विद्वान और समाज के कार्यों में सदैव अग्रणी रहनी वाली डॉ. राजेश्वरी भट्ट का जन्म जयपुर के संभ्रांत तिवाड़ी परिवार में हुआ। आप काम आयु से ही…
नागदा। होनहार औदीच्य युवा प्रांजल दवे का रक्षा मंत्रालय में वरिष्ठ प्रशासनिक सहायक पद पर चयन हुआ है। प्रांजल दवे नागदा में प्राचार्य के पद पर सेवारत देवेंद्र दवे एवं औदीच्य ब्राह्मण महिला मंडल अध्यक्ष…
उज्जैन। स्व.श्रीमती लोकेन्द्र कुंवर ठाकुर-श्री शरदचंद्र ठाकुर (गुणावद वाले) के पुत्र, श्रीमती पुष्पलता ठाकुर के प्रपौत्र, श्री विनायक ठाकुर के भतीजे, श्री टीकमसिंह जी ठाकुर, गजेन्द्रसिंह जी ठाकुर (बड़ी हवेली, बडनगर) के भानेज चि.शुभम ठाकुर…
खरगोन। सहस्त्र औदिच्य ब्राह्मण समाज, खरगोन के दो दिनी ब्रह्मसूत्रोत्सव व के तहत 8 जून को कुंदा तट स्थित श्री रामद्वारा मंदिर में सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन हुआ। इसमें समाज के 17 बटुकों का उपनयन संस्कार हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार व अनुष्ठान…