अगले 25 वर्षों में स्वतंत्रता दिवस को सार्थक बनाना आवश्यक नहीं अनिवार्य

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स्वतंत्रता दिवस हर भारतीय के लिए गर्व और देशभक्ति का प्रतीक है। 15 अगस्त को देशभर में तिरंगा फहराया जाता है, देशभक्ति के गीत गाए जाते हैं और उन वीर शहीदों को याद किया जाता है जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाई। लेकिन, स्वतंत्रता का सच्चा अर्थ केवल एक दिन के समारोह में सीमित नहीं होना चाहिए।…

भगवान श्री कृष्ण को समर्पित उनकी कर्म भूमि द्वारका

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चारधामों और सप्तपुरी में से एक है पवित्र नगरी 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भी द्वारकाधीश मंदिर का सौन्दर्य अलौकिक-अद्वितीय द्वारका गुजरात के देवभूमि द्वारका ज़िले में स्थित प्राचीन नगर है। गोमती नदी और अरब सागर के किनारे ओखामंडल प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर बसा यह नगर हिंदुओं के चार धाम और सप्तपुरी…

जीवन जीने की सही राह दिखाते भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश

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शरीर नश्वर और आत्मा अमर है अहंकार ही विनाश का कारण है सरल व्यक्ति से छल बर्बादी का कारण श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों का वर्णन है। गीता के ये उपदेश श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को दिए थे। श्रीमद्भागवत गीता में दिए उपदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं…

श्रावणी पूर्णिमा पर श्रावणी उपाकर्म के साथ नूतन यज्ञोपवीत धारण

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उज्जैन। श्रावणी पूर्णिमा 19 अगस्त 24 को अनेक स्थानों पर श्रावणी उपाकर्म के आयोजन हुए। सैकड़ों विप्र बंधुओं ने मंत्रोच्चार के बीच नई यज्ञोपवीत धारण की। सहस्त्र औदीच्य समाज द्वारा अब्दालपुरा स्थित सहस्त्र औदीच्य कोटिलिंगेश्वर महादेव धर्मशाला में अखिल भारतीय औदीच्य महासभा तथा श्रावणी उपाकर्म समिति, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में पं राकेश शुक्ला के…

पं. मुकुंदराम त्रिवेदी छात्रावास में आजादी का पर्व मनाया गया

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अभा औदीच्य महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री शिवनारायण जागीरदार साहब ने किया ध्वजवंदन । इंदौर। अखिल भारतीय औदीच्य महासभा द्वारा आजादी का पर्व मुख्यालय पंडित मुकुंदराम त्रिवेदी छात्रावास में उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। मुख्य अतिथि अखिल भारतीय औदीच्य महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री शिवनारायण जागीरदार…

‘गृहे-गृहे यज्ञ अभियान’ के तहत बुद्ध पूर्णिमा पर हजारों घरों में यज्ञ

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बांसवाड़ा। यज्ञ हिंदुओं का सबसे महत्वपूर्ण कर्म है। इससे वातावरण में उपस्थित कीटाणु मरते हैं। घर-परिवार में अशांति दूर होती है। परिवार में सुख-समृद्धि आती है। समाज और विश्व के कल्याण के लिए यज्ञ करना आवश्यक कर्म है। डॉ. युधिष्ठिर त्रिवेदी ने बताया कि  गायत्री परिवार, हरिद्वार पिछले चार-पांच सालों से गृहे-गृहे यज्ञ यानी घर-घर…