ओंकारेश्वर धर्मशाला की वार्षिक साधारण सभा संपन्न-श्रावणी उपाकर्म का आयोजन भी

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दिल्ली में उत्तर भारत के औदीच्य बंधुओं का समागम नई दिल्ली। औदीच्य ब्राह्मण समाज, उत्तर भारत का पहला एकदिवसीय औदीच्य ब्राह्मण एकता मंच माता मंशा देवी मंदिर, नरेला सिंघोला दिल्ली के प्रांगण में संपन्न हुआ। इस गरिमामय आयोजन की अध्यक्षता पूर्व राज्यसभा सांसद श्री रघुनंदन शर्मा ने की और मुख्य अतिथि रहे अहमदाबाद के लब्ध प्रतिष्ठित समाज…

औदीच्य ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवनारायण जी पटेल का श्रीजी शरण

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* शोक में डूबे देशभर के समाजजन, * पैतृक ग्राम मांगलिया में किया गया अंतिम संस्कार, * एक स्‍वर में बोले समाज बंधु – उनका योगदान अमर रहेगा * वरिष्ठजनों ने कहा – अब उनके सपनों और संकल्पों को मिलकर पूरा करेंगे मांगलिया (इंदौर)। औदीच्य ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, बी.एम. कॉलेज समूह के चेयरमैन…

अखिल भारतीय औदीच्य महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हुए महत्‍वपूर्ण निर्णय

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देशभर से जुटे 550 अधिक समाजजन ओंकारेश्वर धर्मशाला और इंदौर के पंडित मुकुंदराम त्रिवेदी छात्रावास परिसर में नव निर्माण महासभा और औदीच्‍य बंधु के नए सदस्यों को लेकर नए निर्णय महासभा के विभिन्न ट्रस्ट में नए ट्रस्टियों पर भी कार्यकारिणी की स्वीकृति    ओंकारेश्वर। अखिल भारतीय औदीच्य महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 19 जुलाई…

यज्ञोपवीत संस्कार: आध्यात्मिक, स्वास्थ्य और वैज्ञानिक महत्व

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जनेऊ को संस्कृत में यज्ञोपवीत कहा जाता है। यह तीन धागों वाला सूत से बना पवित्र धागा है, जिसे व्यक्ति बाएं कंधे के ऊपर तथा दाहिनी भुजा के नीचे पहनता है। अर्थात इसे गले में इस तरह डाला जाता है कि वह बाएं कंधे के ऊपर रहे। जनेऊ के तीन सूत्र-त्रिमूर्ति ब्रह्मा-विष्णु-महेश, देवऋण-पितृऋण-ऋषिऋण, सत्व-रज-तम के…

औदीच्य महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 19 जुलाई को

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ओंकारेश्वर। अखिल भारतीय औदीच्य महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुधवार, 19 जुलाई 2023 को ओंकारेश्वर में आयोजित की जा रही है। अखिल भारतीय औदीच्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवनारायण पटेल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि औदीच्य ब्राह्मण धर्मशाला, ओंकारेश्वर में यह बैठक प्रातः 11:00 बजे से शुरू होगी। श्री पटेल ने…

डॉ. राजेश्वरी भट्ट: संस्कृत की प्रकांड विद्वान और विलक्षण प्रतिभा की धनी

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जयपुर। औदीच्य समाज की संरक्षिका, संस्कृत की प्रकांड विद्वान और समाज के कार्यों में सदैव अग्रणी रहनी वाली डॉ. राजेश्वरी भट्ट का जन्म जयपुर के संभ्रांत तिवाड़ी परिवार में हुआ। आप काम आयु से ही होनहार एवं विलक्षण प्रतिभा की धनी रही हैं। तिवाड़ी परिवार के पितामह श्री प्यारेलाल जी की सुयोग्य पुत्री डॉ. राजेश्वरी…