उज्जैन। अवंतिका संस्कार परिवार की ओर नव दुर्गोत्सव के तहत तीन दिवसीय गरबा महोत्सव का आयोजन 18 से 20 अक्टूबर तक अथर्व होटल के प्रांगण में किया गया। इस भव्य आयोजन में विभिन्न समूहों ने गरबा नृत्यों की आकर्षक प्रस्तुति दी। समापन पर सहभागिता करने वाले सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। इस आयोजन के  साक्षी रही बड़ी संख्या में उपस्थित समाजजन।

आरंभ में आद्याशक्ति एवं आराध्य देव प्रभु गोविन्द माधव का पूजन पं. राजेश पंड्या एवं भागवताचार्य पं. सुधीर भाई पंड्या ने संपन्न करवाया। इस अवसर पर डॉ.संतोष जी पंडया, पंडित सोहन जी भट्ट, श्री मोतीलाल जी पटेल, श्री सोहन जी पंडया, श्री प्रबोध जी पंडया, युवा नेत्री श्रीमती ध्वनि शर्मा, श्रीमती रितुबाला व्यास, पंडित सिद्धनाथ जी पाठक, श्री राजेन्द्र जी व्यास, श्री किशोर जी शर्मा, श्री स्वस्तिक जी त्रिवेदी (महिदपुर), श्री महेश जी पटेल, श्री जानकीलाल जी शर्मा, पंडित अंशुल जी द्विवेदी, पंडित अर्जुन गौतम, श्री गोपाल जी शर्मा, श्री रामेश्वर जी जोशी, श्री आयुष आचार्य, श्री अजय आचार्य, श्री शैलेन्द्र रावल और श्री गोपाल दवे सहित औदीच्य ब्राह्मण समाज के गणमान्य सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

गरबा समूहों ने की सहभागिता

कार्यक्रम में राधाकृष्ण ग्रुप, कला योगिनी ग्रुप, सहज शक्ति ग्रुप, हरी विट्ठल ग्रुप, रणकेश्वर ग्रुप, नगरकोट इन्दिरानगर, श्री जी ग्रुप, सरगम ग्रुप, श्री हरी ग्रुप, अभिलाषा ग्रुप, जयवी व्यास ने आकर्षक प्रस्तुतियां दी। गरबा नृत्य का संयोजन श्रीमती गरिमा द्विवेदी, चेतना शर्मा, कनुप्रिया उपाध्याय, रखा पंडया, चेतना जोशी, कविता पांडे, जाया दुबे, कविता त्रिवेदी आदि ने किया।  संचालन धर्मेन्द्र शर्मा, कृष्णा एवं चेतना ने किया। पंडित विजय व्यास जी के महाकाल भक्ति चैनल ने गरबे का लाइव प्रसारण किया। फोटोग्राफी की जिम्मेदारी श्री विकास त्रिवेदी और श्री आदित्य उपाध्याय ने निभाई। समस्त गरबा दल प्रतिभागियों को स्व.सुभद्रा देवी पंडया, स्व.ममता पंडया की स्मृति में तथा पंडित मितेश जी पांडे द्वारा दुर्गा शप्तशती का वितरण किया गया।

आयोजकों का सम्मान

समाज में नई जागृति लाने के लिए महामालव औदीच्य धर्मशाला अध्यक्ष श्री महेश जी मेहता, डॉ.राजेश पंडया, वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती विजया हरिनारायण शर्मा और श्रीमती गिरिजा देवी श्यामसुंदर ठाकर जी ने भी श्री सतीश पटेल का साफा बांधकर एवं अवंतिका संस्कार परिवार के सदस्यों का दुपट्टा ओढाकर अभिनंदन किया।

गरिमामय समापन

समापन का समारोह पूर्व मंत्री श्री शिवनारायण जी जागीरदार, उद्योगपति श्री मोहनलाल जी जोशी, पूर्व सूचना आयुक्त श्री हीरालाल जी तिवेदी, महामालव औदीच्य धर्मशाला के अध्यक्ष श्री महेश जी मेहता, आचार्य डॉ.केदारनाथ जी शुक्ल, पूर्व एसडीएम  श्री रमेशचन्द्र जी पंड्या, राष्ट्रीय महामंत्री श्री योगेंद्र जी पांडे, श्रीमती विजया हरिनारायण शर्मा (शाजापुर),  श्रीमती गिरजा श्यामसुंदर ठाकुर (हाटपीपल्या), श्री राकेश जी- श्रीमती रीना शर्मा पटेल, श्री मनीष जी-श्रीमती ध्वनि शर्मा पटेल राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतिनिधि के आतिथ्य में हुआ।

ये रहे सहयोगी

कार्यक्रम के मुख्य सहयोगकर्ता सर्वश्री प्रबोध पंडया, जितेन्द्र पटेल (ब्राह्मण पिपलिया), विशाल त्रिवेदी, पं.मितेश पांडे, पं.सोहन पंडया, पं.शैलेश दुबे, योगेश शर्मा, प्रकाश उपाध्याय, प्रवीण त्रिवेदी, अरुण जोशी (इंदौर), पार्षद संतोष व्यास, आशीष त्रिवेदी, अजेन्द्र त्रिवेदी, सुशील शर्मा, कमल उपाध्याय, पं.रतनलाल रावल, प्रहलाद उपाध्याय, नरेंद्र जोशी, राजेश दुबे, नवीन त्रिवदी, वीरेन्द्र पंडया, ललित शर्मा, गिरीश शर्मा, एडवोकेट अजय पांडे, एडवोकेट धीरेन्द्र ठाकुर, अनिल पाठक, दिनेश मेहता, अर्जुन शर्मा, पंकज पंडया, आशीष मेहता, संतोष व्यास, धर्मेन्द्र शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, संतोष त्रिवेदी, संजय त्रिवेदी, मनोज जोशी, प्रदीप पंडया, हेमंत, भूपेश पंडया, श्री अरुण शर्मा, श्री योगेश उपाध्याय, अमित त्रिवेदी, शैलेन्द्र व्यास (स्वामी मुस्कुराके), दिनेश रावल (स्वामी खिलखिलाके), अंशुल गरिमा द्विवेदी, अवलेश ठक्कर, अनिल शर्मा, संदीप शर्मा, अतुल, राजेश पंडया, अभिषेक शर्मा, दीपक मेहता, सिंगर सुरियांश दुबे, योगेन्द्र उपाध्याय, कमल उपाध्याय रहे। अंत में अवन्तिका संस्कार परिवार की ओर से श्री योगेश शर्मा, श्री प्रकाश उपाध्याय, श्री विशाल त्रिवेदी, श्री धर्मेन्द्र पंडया ने आभार माना।

श्री अवंतिका संस्कार का उद्देश्य

पहल करने वाले ही लक्ष्य प्राप्त करने में सफल रहते हैं, इस कथन को चरितार्थ करते हुए पंडित सतीश पटेल (नागूखेड़ी) ने समाज के युवाओं को मंच प्रदान करने और सनातन संस्कार जागृत करने का बीड़ा उठाया है। युवा साथियों और मातृशक्ति को लेकर उन्होंने  संस्था श्री अवंतिका संस्कार परिवार की स्थापना की है। श्री पटेल एवं सहयोगी संस्कारों पर आधारित अनेक आयोजन सफलतापूर्क आयोजित कर चुके हैं। संस्या ने आनलाइन वेबिनार भी आयोजित किए, जिनमें वैदिक  ब्राह्मणों, डॉक्टरों, योगाचार्यों को आमंत्रित कर मार्गदर्शन प्राप्त किया गया और शास्त्रों की गहन चर्चा का लाभ भी उठाया गया। सांस्कृतिक गतिविधि के रूप में गरबा महोत्सव का आयोजन निरंतर छठे वर्ष आयोजित किया है।